बिहार के भागलपुर में ब्रिज ध्वस्त होने वाली घटना ने सियासी मोड़ ले लिया है, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का आया बड़ा बयान
सम्राट चौधरी ने कहा, पुल के गिरने के पीछे भ्रष्टाचार का हाथ
भागलपुर में 1,710 करोड़ की लागत से बन रहे पुल के गिरने को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने बयान देते हुए नीतीश (Nitish Kumar) सरकार के कार्यों को लेकर सवाल उठाएं। सम्राट चौधरी ने खगड़िया- सुल्तानगंज के बीच निर्माणधीन पुल के बीच नदी में ध्वस्त होने पर अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब नीतीश सरकार के भ्रष्टाचार मॉडल का नजारा है। पुल के गिरने के पीछे भ्रष्टाचार का हाथ है।
9 साल से बन रहा था पुल - सम्राट चौधरी
9 साल से बन रहा यह पुल यदि चालू हो जाता, तो उत्तर बिहार के कई जिलों की दूरी कम हो जाती। लोग इसका भरपूर फायदा उठा पाते पर पुल के ध्वस्त होने के कारण सब चकनाचूर हो गया। इस पुल का निर्माण फरवरी 2014 में शुरू किया गया था। पूरा पुल बनने की मियाा, नवंबर 2019 की थी, जो फिर बढ़कर जुलाई 2021 हो गई थी, पर 2021 में भी पुल का संपूर्ण रूप से निर्माण नहीं हो सका। अब जब 2023 के अंत तक पुल के पूरे होने की संभावना जताई जा रही थी, वो अब फिर से अधूरी रह गई।
पुल का कुछ हिस्सा पहले भी गिरा था
पुल के निर्माण की पूरी जिम्मेदारी एसपी सिंगला कंपनी को दी गई थी। प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक ,इससे पहले भी पुल का हिस्सा गिर चुका था। जिसको लेकर राज्य सरकार के काम -काज को लेकर सवाल भी उठाए गए थे। भ्रष्टाचार की वजह से ही इस पुल का निर्माण कार्य सालों से अटका रहा। सस्ती और घटिया सामग्री के उपयोग करने से ही पुल का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हुआ है। सम्राट चौधरी ने बताया कि इस पुल के गिरने से कई मजदूर लापता है। उन्होंने सरकार से इस पूरी घटना की जांच करने व उच्च स्तरीय से जायजा करने को कहा व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने भी का मांग की।